Wednesday, October 20, 2010

कुर्बानियों का फल है स्वर्ण पदक : अश्विनी पोनप्पा

हैदराबाद। राष्ट्रमंडल खेलों में महिला युगल बैडमिंटन स्पर्धा में ज्वाला गुट्टा के साथ स्वर्ण पदक जीतने वाली उदीयमान खिलाडी अश्विनी पोनप्पा ने कहा कि कामयाबी पिछले चार साल से किए गए बलिदानों का नतीजा है।
पोनप्पा ने कहा कि यह स्वर्ण पदक मेरे लिए बहुत मायने रखता है। इससे साबित होता है कि हमने इसके लिए कितनी मेहनत की है। मैं खुश हूं कि पिछले चार साल के हमारे बलिदान सार्थक रहे। मुझे खुशी है कि ज्वाला और मैं स्वर्ण जीत सके। सफलता का जश्न मनाने के साथ ही पोनप्पा अगले महीने चीन में होने वाले एशियाड की तैयारी में जुटी है।
उनका मानना है कि राष्ट्रमंडल खेलों की तुलना में एशियाड में चुनौती काफी कडी होगी।
उन्होंने कहा कि मैं एशियाड में भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं हालंकि इसमें चुनौती काफी कडी होगी। हमने एशियाई खिलाडियों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है और मैच दर मैच रणनीति बनाकर आगे भी ऎसा कर सकते है।

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